धर्म डेस्क, नवी दिल्ली. पौर्णिमा ही तिथी भगवान विष्णू आणि जगाचे रक्षणकर्ता देवी लक्ष्मी यांना समर्पित आहे. या दिवशी विशेष वस्तूंची पूजा आणि दान करण्याचे विशेष महत्त्व आहे. धार्मिक श्रद्धेनुसार, पौर्णिमा तिथीला (Purnima 2026 Calendar) भगवान हरिसह देवी लक्ष्मीची पूजा केल्याने अन्न आणि संपत्तीचे भांडार भरलेले राहतात. यासोबतच जीवनात सुख आणि शांती टिकून राहते. आता काही दिवसांतच नवीन वर्ष सुरू होणार आहे, तर चला जाणून घेऊया 2026 (Full moon dates 2026)सालच्या पौर्णिमेच्या तारखांचे कॅलेंडर.
| अनुक्रमांक | तारीख | पौर्णिमेचे नाव |
| 1 | 3 जानेवारी 2026 | पौष पौर्णिमा |
| 2 | 1 फेब्रुवारी 2026 | माघ पौर्णिमा (व्रत) |
| 3 | 3 मार्च 2026 | फाल्गुन पौर्णिमा |
| 4 | 1 एप्रिल 2026 | चैत्र पौर्णिमा |
| 5 | 1 मे 2026 | वैशाख पौर्णिमा |
| 6 | 31 मे 2026 | ज्येष्ठ अधिक पौर्णिमा |
| 7 | 29 जून 2026 | ज्येष्ठ पौर्णिमा |
| 8 | 29 जुलै 2026 | आषाढ पौर्णिमा |
| 9 | 27 ऑगस्ट 2026 | श्रावण पौर्णिमा |
| 10 | 26 सप्टेंबर 2026 | भाद्रपद पौर्णिमा |
| 11 | 25 ऑक्टोबर 2026 | अश्विन पौर्णिमा |
| 12 | 24 नोव्हेंबर 2026 | कार्तिक पौर्णिमा |
| 13 | 23 डिसेंबर 2026 | मार्गशीर्ष पौर्णिमा |

