जेएनएन, मुंबई. Marathi Sahitya Sammelan 2025: मराठी भाषेला अभिजात भाषेचा दर्जा मिळाल्यानंतर आज 98 वे अखिल भारतीय मराठी साहित्य संमेलन देशाच्या राजधानीत पार पडत आहे. 1878 साली पहिल्यांदा न्या. महादेव गोविंद रानडे यांच्या अध्यक्षतेखाली पहिले अखिल भारतीय साहित्य संमेलन पार पुण्यात पडले होते. तेव्हापासून हे साहित्य संमेलन आयोजित केले जाते. अखिल भारतीय साहित्य संमेलनाची सुरवात कशी झाली. काय आहे त्याचा इतिहास, हे साहित्य संमेलन भरविण्यामागचे उद्दिष्ट काय आणि आणि अशी बरीच प्रश्न तुमच्याही मनातच असतीलच आज 98 व्या साहित्य संमेलनाच्या निमित्ताने आपण अखिल भारतीय साहित्य संमेलनाच्या वाटचालीवर प्रकाश टाकणार आहोत.
पहिले अखिल भारतीय साहित्य संमेलन
मराठी भाषेत अनेक साहित्य प्रकाशित झाले आहे. अनेक मोठ मोठ्या साहित्यिकांनी मराठी भाषेला समृद्ध असा वारसा मिळवून दिला आहे. मराठीतील हेच साहित्य लोकांपर्यंत पोहोचावे त्याची चर्चा व्हावी व येणाऱ्या पिढीला या साहित्या विषयी आकर्षण वाटावे या ऊद्देशाने न्या.रानडे यांनी लोकहितवादींच्या सहकार्याने
ग्रंथकारांना एकत्र आणण्याचे ठरविले. 11 मे 1878 रोजी सायंकाळी पुण्याच्या हिराबागेत मराठी ग्रंथकारांचे पहिले संमेलन भरले. ज्याचे अध्यक्षपद न्या.रानडे यांनी भूषविले. याच संमेलनाला पहिले अखिल भारतीय मराठी साहित्य संमेलन समजले जाते.
या संमेलनाच्या यशस्वीतेनंतर 1885 साली पुणे सार्वजनिक सभेच्या (दाणे आळी, बुधवार पेठ) जोशी हॉलमध्ये भरल्याचे सांगितले जाते. त्यांनतर पुढे 20 वर्षांनी मे 1905 मध्ये सातारा येथे सुप्रसिद्ध वकील र.पां.ऊर्फ दादासाहेब करंदीकर यांच्या अध्यक्षतेखाली तिसरे साहित्य संमेलन व मे 1906 मध्ये सदाशिव पेठेत गोविंद वासुदेव कानिटकर यांच्या अध्यक्षतेखाली दोन दिवसांचे चौथे अखिल भारतीय साहित्य संमेलन आयोजित करण्यात आले होते. या संमेलनांना त्यावेळी अखिल भारतीय साहित्य संमेलन असे न संबोधता ग्रंथकार संमेलन असे संबोधण्यात आले होते.
मराठी साहित्य महामंडळाची स्थापना
महाराष्ट्र राज्याची स्थापना झाल्यांनतर मराठी साहित्य महामंडळाची स्थापना करण्यात आली. मराठी साहित्य महामंडळात राज्यातील चार प्रदेशात काम करणाऱ्या संस्था म्हणजे पुण्याची महाराष्ट्र साहित्य परिषद, मुंबई मराठी साहित्य संघ, मराठवाडा साहित्य परिषद औरंगाबाद आणि विदर्भ साहित्य संघ नागपूर एकत्र येऊन मराठी साहित्य महामंडळ स्थापन करण्यात आले. मराठी साहित्य महामंडळाचे व्यवस्थापकीय कार्यालय प्रत्येक घटक संस्थेकडे तीन वर्षांच्या मुदतीसाठी असते. मराठी साहित्य महामंडळाच्या महाराष्ट्र, गोवा, छत्तीसगढ, मध्य प्रदेश या राज्यांत आणि बिदर, बेळगाव इत्यादी गावांत अखिल भारतीय मराठी साहित्य परिषदेच्या 350 शाखा असून, 12 हजाराच्यावर सभासद आहेत.
1960 पर्यंत पुण्याची साहित्य परिषद साहित्य संमेलन भरवत होते आणि यांना महाराष्ट्र साहित्य संमेलन असे संबोधले जात होते. मात्र महामंडळाच्या स्थापनेनंतर मडगावमध्ये 1946 रोजी भरललेया 45 व्या साहित्य संमेलनात निर्णय घेण्यात आला की, दरवर्षी किमान एक तरी साहित्य संमेलन घेण्यात यावे. व याच बैठकीत अखिल भारतीय मराठी साहित्य संमेलन असे नाव देण्यात आले.
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दिल्लीतील 98 वे साहित्य संमेलन
दिल्लीत 1954 साली झालेल्या साहित्य संमेलनाचे संमेलनाध्यक्ष तर्कतीर्थ लक्ष्मणशास्त्री जोशी, स्वागताध्यक्ष काकासाहेब गाडगीळ तर या संमेलनाचे उद्घाटक तत्कालिन पंतप्रधान पंडित जवाहरलाल नेहरू होते. 1960 साली महाराष्ट्र राज्याची स्थापना झाली. त्यानंतर आता 70 वर्षांनी नवी दिल्लीत साहित्य संमेलन होत असून या संमेलनाचे उद्घाटन पंतप्रधान नरेंद्र मोदी यांच्या हस्ते होणार असून यावेळी विविध क्षेत्रातील अनेक मान्यवर उपस्थित राहणार आहेत. डॉ. तारा भवाळकर यांची तब्बल सात दशकांनी दिल्ली येथे होत असलेल्या 98 व्या अखिल भारतीय मराठी साहित्य संमेलनाच्या अध्यक्षपदी निवड झाली आहे.
आतापर्यंत झालेली साहित्य संमेलन त्यांचे ठिकाण आणि संमेलनाध्यक्ष
संमेलन | वर्षे | ठिकाण | अध्यक्ष |
1 | 1878 | पुणे | न्या. महादेव गोविंद रानडे |
2 | 1885 | पुणे | कृष्णशास्त्री राजवाडे |
3 | 1905 | सातारा | रघुनाथ पांडूरंग करंदीकर |
4 | 1906 | पुणे | वासुदेव गोविंद कानिटकर |
5 | 1907 | पुणे | विष्णू मोरेश्वर महाजनी |
6 | 1908 | पुणे | चिंतापण विनायक वैद्य |
7 | 1909 | बडोदे | कान्होबा रामछोडदास किर्तीकर |
8 | 1912 | अकोला | हरी नारायण आपटे |
9 | 1915 | मुंबई | गंगाधर पटवर्धन |
10 | 1917 | इंदूर | गणेश जनार्दन आगाशे |
11 | 1921 | बडोदे | नरसिंह चिंतामण केळकर |
12 | 1926 | मुंबई | माधव विनायक किबे |
13 | 1927 | पुणे | श्रीपाद कृष्ण कोल्हटकर |
14 | 1928 | ग्वाल्हेर | माधव श्रीहरी अणे |
15 | 1929 | बेळगाव | शिवराम महादेव परांजपे |
16 | 1930 | मडगाव | वामन मल्हार जोशी |
17 | 1931 | हैद्राबाद | श्रीधर व्यंकटेश केतकर |
18 | 1932 | कोल्हापूर | सयाजीराव गायकवाड |
19 | 1933 | नागपूर | कृष्णाजी प्रभाकर खांडिलकर |
20 | 1934 | बडोदे | नारायण गोविंद चापेकर |
21 | 1935 | इंदूर | भवानराव श्रीनिवासराव पंतप्रतिनिधी |
22 | 1936 | जळगाव | माधव जुलियन |
23 | 1938 | मुंबई | विनायक दामोदर सावरकर |
24 | 1939 | अहमदनगर | दत्तो वामन पोतदार |
25 | 1940 | रत्नागिरी | नारायण सिताराम फडके |
26 | 1941 | सोलापूर | विष्णू सखाराम खांडेकर |
27 | 1942 | नाशिक | प्रल्हाद केशव अत्रे |
28 | 1943 | सांगली | श्रीपाद महादेव माटे |
29 | 1944 | धुळे | भार्गवराव विठ्ठल वरेरकर |
30 | 1946 | बेळगाव | गजानन त्र्यंबक माडखोलकर |
31 | 1947 | हैद्राबाद | नरहर रघुनाथ फाटक |
32 | 1949 | पुणे | शंकर दत्तात्रय जावडेकर |
33 | 1950 | मुंबई | यशवंत दिनकर पेंढारकर |
34 | 1951 | कारवार | अनंत काकबा प्रियोळकर |
35 | 1952 | अमळनेर | कृष्णाजी पांडूरंग कुलकर्णी |
36 | 1953 | अमदाबाद | विठ्ठल दत्तात्रय घाटे |
37 | 1954 | दिल्ली | लक्ष्मणशास्त्री बाळजी जोशी |
38 | 1955 | पंढरपूर | शंकर दामोदर पेंडसे |
39 | 1957 | औरंगाबाद | अनंत काणेकर |
40 | 1958 | मालवण | अनिल |
41 | 1959 | मिरज | श्रीकृष्ण केशव क्षीरसागर |
42 | 1960 | ठाणे | रामचंद्र श्रीपाद जोग |
43 | 1961 | ग्वाल्हेर | कुसुमावती देशपांडे |
44 | 1962 | सातारा | नरहर विष्णु गाडगीळ |
45 | 1964 | मडगाव | वि. वा. शिरवाडकर |
46 | 1965 | सातारा | वामन लक्ष्मण कुलकर्णी |
47 | 1967 | भोपाळ | विष्णु भिकाजी कोलते |
48 | 1969 | वर्धा | पु. शि. रेंगे |
49 | 1973 | यवतमाळ | गजानन दिगंबर माडगुळकर |
50 | 1974 | इचलकरंजी | पु. ल. देशपांडे |
51 | 1975 | कराड | दुर्गा भागवत |
52 | 1977 | पुणे | पु. भा. भावे |
53 | 1979 | चंद्रपूर | वामन कृष्ण चोरघडे |
54 | 1980 | बार्शी | गं. बा. सरदार |
55 | 1981 (फेब्रुवारी) | अकोला | गो. नी. दांडेकर |
56 | 1981 (डिसेंबर) | रायपूर | गंगाधर गाडगीळ |
57 | 1983 | अंबेजोगाई | व्यंकटेश दिगंबर माडगुळकर |
58 | 1984 | जळगाव | शंकर रामचंद्र खरात |
59 | 1985 | नांदेड | शंकर बाबाजी पाटील |
60 | 1988 | मुंबई | विश्राम बेडेकर |
61 | 1988 | ठाणे | वसंत कानेटकर |
62 | 1989 | अमरावती | केशव जगन्नाथ पुरोहित |
63 | 1990 (जानेवारी) | पुणे | यु. म. पठाण |
64 | 1990 (डिसेंबर) | रत्नागिरी | मधु मंगेश कर्णिक |
65 | 1992 | कोल्हापूर | रमेश मंत्री |
66 | 1993 | सातारा | विद्याधर गोखले |
67 | 1994 | पणजी | राम शेवाळकर |
68 | 1995 | परभणी | नारायण सुर्वे |
69 | 1996 | आळंदी | शांता शेळके |
70 | 1997 | अहमदनगर | ना. स. इनामदार |
71 | 1998 | परळी वैजनाथ | द. मा. मिरासदार |
72 | 1999 | मुंबई | वसंत बापट |
73 | 2000 | बेळगाव | य. दि. फडके |
74 | 2001 | इंदूर | विजया राजाध्यक्ष |
75 | 2002 | पुणे | राजेंद्र बनहट्टी |
76 | 2003 | कराड | सुभाष भेंडे |
77 | 2004 | औरंगाबाद | रा. ग. जाधव |
78 | 2005 | नाशिक | केशव मेश्राम |
79 | 2006 | सोलापूर | मारुती चित्तमपल्ली |
80 | 2007 | नागपूर | अरुण साधू |
81 | 2008 | सांगली | म. द. हातकणंगलेकर |
82 | 2009 | महाबळेश्वर | आनंद यादव |
83 | 2010 | पुणे | द. भि. कुलकर्णी |
84 | 2010 (डिसेंबर) | ठाणे | उत्तम कांबळे |
85 | 2012 | चंद्रपूर | वसंत आबाजी डहाके |
86 | 2013 | चिपळूण | नागनाथ कोत्तापल्ले |
87 | 2014 | सासवड | फ. मुं. शिंदे |
88 | 2015 | घुमान (पंजाब) | संदानंद मोरे |
89 | 2016 | पिंपरी चिंचवड | श्रीपाल सबनीस |
90 | 2017 | डोंबिवली | अक्षयकुमार काळे |
91 | 2018 | बडोदे | लक्ष्मीकांत देशमुख |
92 | 2019 | यवतमाळ | अरुणा ढेरे |
93 | 2020 | उस्मानाबाद | फादर फ्रान्सिस |
94 | 2021 | नाशिक | जयंत नारळीकर |
95 | 2022 | उदगीर | भारत सासणे |
96 | 2023 | वर्धा | न्यायमूर्ती नरेंद्र चपळगावकर |
97 | 2024 | अमळनेर | रविंद्र शोभणे |